हम सब आजकल अपने चरों तरफ लोगों को पेट के रोग जैसे कब्ज़, गैस, एसिडिटी, कोलाइटिस, IBS (आई.बी.एस.), अल्सरेटिव कोलाइटिस, पेट फूलना (अफरा ) एवं इन सब बिमारिओ की वजह से उलझन बेचैनी घबराहट चक्कर आना, सिरदर्द , उलटी लगना, मुँह में खट्टा पानी आना, नींद न आना अथवा अकेले में रहने का मन करना अथवा अकेले में रोने का मन करना से लेकर आत्महत्या तक के विचार आने लगते हैं और मरीज़ बेहद कमज़ोरी महसूस करने लगता है| और ज़्यादातर मरीज जो उपर्युक्त लक्षणों से ग्रस्त होते है वे अंततः गुदा रोगों से पीड़ित हो ही जाते हैं | हम आजकल अपने चारों ओर कितने ही लोगों को गुदा रोगों जैसे बवासीर, भगन्दर, फिसर, फोड़ा, पाइलोनायडल साइनस, पोलिप, पैपिला इत्यादि रोगों से ग्रस्त होकर आपस में चर्चा करते देखते हैं|